नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज गेंदबाज और मौजूदा क्रिकेट कॉमेंटेटर माइकल होल्डिंग ने जोफ्रा आर्चर को वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे मैच के लिए टीम से बाहर किए जाने के बाद इस समर सीजन में इंग्लैंड में छह टेस्ट मैचों के दौरान रहने वाले जैव सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सवाल उठाए हैं। होल्डिंग ने कहा है कि जब खिलाड़ियों ने कोरोना टेस्ट कराया है और सभी नेगेटिव आए हैं तो फिर एक बस में क्यों नहीं जा सकते?
दरअसल, जोफ्रा आर्चर साउथैंप्टन टेस्ट मैच खेलने के बाद मैनचेस्टर के लिए निकले थे। इस दौरान वे अपने घर चले गए और फिर इसकी जानकारी इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट को लगी तो उन्होंने जोफ्रा आर्चर को दूसरे टेस्ट मैच से बाहर कर दिया। साथ ही साथ बोर्ड ने ये भी कहा है कि उनको अब 5 दिन सेल्फ आइसोलेशन में रहना होगा, जबकि इस दौरान दो कोविड 19 टेस्ट में नेगेटिव आना होगा। इसके बाद वे टीम के साथ जुड़ पाएंगे।
कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए बनाए गए बायो-सिक्योर प्रोटोकॉल को तोड़ने के बाद जोफ्रा आर्चर ने सभी से माफी भी मांगी। वहीं, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथर्टन ने कहा कि सजा खत्म हो जाने के बाद आर्चर के करियर को देखते हुए इसको यहीं समाप्त कर देना चाहिए। हालांकि, माइक होल्डिंग ने सवाल किया कि जोफ्रा आर्चर को कार में स्थानों(एक जगह से दूसरी जगह) के बीच यात्रा करने की अनुमति क्यों दी गई थी?
स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट ब्रॉडकास्ट के दौरान कैरेबियाई दिग्गज ने कहा है, "मैं बस ईसीबी से इस प्रोटोकॉल से जुड़े कुछ सवाल पूछना चाहता हूं।" माइकल होल्डिंग ने कहा है, "मैं समझ सकता हूं कि प्रोटोकॉल को लागू किया जाना चाहिए, लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें थोड़ा और तार्किक होना चाहिए। इंग्लैंड की टीम बस में यात्रा क्यों नहीं कर रही है? यदि वे पहले से ही अपने कोविड टेस्ट में नेगेटिव आ चुके हैं, हर कोई एक साथ है, उनके पास छह टेस्ट मैच हैं, वे एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा रहे हैं। वे सभी अगले स्थान की यात्रा करने के लिए बस का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रहे? उन्हें कारों में जाने की अनुमति क्यों है? इसका उद्देश्य क्या है? लोगों को बस थोड़ा सोचने की जरूरत है।"