भोपाल। MP Cabinet Expansion मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बुधवार दोपहर को राज्यपाल लाल जी टंडन से हुई मुलाकात के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें फिर तेज हो गई हैं। राजभवन जाने के पहले मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के भोपाल मुख्यालय समिधा पहुंचकर संघ के नेताओं विचार विमर्श भी किया। मुख्यमंत्री की अचानक हुई इन मुलाकातों को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मालूम हो कि टीम शिवराज में अभी केवल पांच मंत्री हैं। मुख्यमंत्री ने 23 मार्च को कार्यभार संभाला था जबकि 29 दिन तक अकेले काम करने के बाद पांच मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। मंत्रिमंडल विस्तार 17 मई के बाद कभी भी हो सकता है।
मुख्यमंत्री शिवराज के 23 मार्च को कार्यभार संभालने के करीब एक महीने बाद 21 अप्रैल को उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई थी। उस समय मुख्यमंत्री ने कहा था कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा। अब जबकि लॉकडाउन पार्ट थ्री खत्म होने वाला है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में लॉकडाउन-4 के संकेत दिए हैं। इसको देखते हुए मंत्रिमंडल में नए सदस्यों को शामिल किए जाने को लेकर गहमागहमी भी तेज हो गई है।
उल्लेखनीय है कि शिवराज सिंह चौहान के चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले राज्य में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने के बाद 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था। इस वजह से कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी और विधानसभा में शक्ति परीक्षण से पहले कमलनाथ को पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इस सियासी उथल-पुथल के बाद बागी विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे और शिवराज सिंह चौहान ने एकबार फिर बतौर मुख्यमंत्री राज्य की कमान संभाली थी। इससे पहले कुछ मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया था कि शिवराज के नए कैबिनेट विस्तार में 22 नए मंत्री शपथ ले सकते हैं।
इस बीच भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की टीम में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश के नेताओं ने भी लामबंदी शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो लगभग आधा दर्जन दिग्गज नेता राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल होने के लिए प्रयासरत हैं। सूत्र बताते हैं कि इन नेताओं में मौजूदा पदाधिकारी प्रभात झा, कैलाश विजयवर्गीय, उमा भारती के अलावा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, राकेश सिंह, रंजना बघेल, लालसिंह आर्य आदि शामिल हैं। इससे पहले भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की टीम में मध्य प्रदेश से पांच केंद्रीय पदाधिकारी थे।