रायपुर. प्रदेश शुक्रवार से अनलॉक हो गया। 16 दिनों तक प्रदेश के छोटे बड़े कई शहर पूरी तरह से लॉकडाउन में रहे। खासकर रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, जहां संक्रमण दर अधिक है। 22 जुलाई से 6 अगस्त तक लगे लॉकडाउन के दौरान प्रदेश में 5,289 मरीज मिले। जबकि 18 मार्च से 21 जुलाई तक कुल 5,731 मरीज मिले थे। लॉकडाउन के दौरान 330 मरीज रोजाना की दर से मरीज मिले। इस दौरान 48 लोगों ने अपनी जान गवाई। मौत की दर 3 मरीज रोजाना तक पहुंच चुकी है। हालांकि इस दौरान 247 मरीज प्रतिदिन की दर से मरीज स्वस्थ भी हुए।
रायपुर के अर्जुननगर में 33 मरीज मिलेः रायपुर में एक के बाद एक नए कोरोना हॉट स्पॉट बनते जा रहे हैं। मंगलबाजार, फिर रामकुंड, सदाणी दरबार, केंद्रीय जेल रायपुर के बाद मोतीबाग स्थित मुय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के ठीक सामने अर्जुन नगर में 33 लोग संक्रमित मिले हैं। यह स्लम बस्ती है। यहां के कुछ लोग नजदीक के होटलों, जिन्हें क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है।
अब युवा भी गंवा रहे हैं जान
महासमुंद- सरायपाली निवासी 32 वर्षीय युवा, जिसे बुखार होने पर 1 अगस्त को रायपुर रेफर किया गया था।
दुर्ग- भिलाई निवासी 40 वर्षीय पुरुष को निजी अस्पताल से एम्स रेफर किया गया था। इलाज के दौरान मौत हो गई।
रायपुर- भाठागांव निवासी 19 वर्षीय युवा जिसे सिर्फ बुखार और कफ की शिकायत पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। रायपुर- फरफोद, आरंग के 55 वर्षीय व्यक्ति जिन्हें सांप काटने पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां वे संक्रमित पाए गए थे। रायपुर-शिवनगर निवासी 54 वर्षीय पुरुष को कमजोरी महसूस हुई। इलाज की दौरान मौत हो जाने के बाद सैंपलिंग की गई। रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
रायपुर- रोहणीपुरम निवासी 50 वर्षीय महिला को सांस की बीमारी के चलते उन्हें आंबेडकर अस्पताल में भर्ती किया गया था। वे आईसीयू में थी। उनके परिजन भी पॉजिटिव हैं. आंबेडकर अस्पताल में इलाज जारी है।
रायगढ़ (2 की मौत)- निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति.यहां के निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग संक्रमित पाए गए। बलौदाबाजार- स्थानीय निवासी 5 माह के बच्चे को उनके परिजनों से संक्रमण मिला और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
अन्य राज्य-50 वर्षीय उत्तरप्रदेश निवासी महिला जो टीबी से पीड़ित थीं। उन्होंने इलाज के दौरान अंतिम सांस ली।